जम्मू के बस अड्डे पर ग्रेनेड फैंक कर एक व्यक्ति की हत्या तथा 32 लोगों को घायल करने वाले आतंकी को सुरक्षा बलों ने पकड़ लिया है। व्यक्ति का नाम यासिर भट्ट है और उसको आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कुलगाम डिस्ट्रिक्ट कमांडर फारूक अहमद भट्ट उमर की ओर से ग्रेनेड फैंकने के आदेश मिले थे।
संदिग्ध व्यक्ति बस अड्डे पर उपस्थित भीड़ में ग्रेनेड फैंकने के बाद वहां से भाग निकला था। ग्रेनेड हमले के तुरंत बाद कई टीमें बम फैंकने वाले व्यक्ति को पहचानने और उसको पकड़ने में लगायी गयी थी। सीसीटीवी कैमरों और उपस्थित लोगों से पूछताछ के बाद संदिग्ध को पकड़ा गया, जिसने बाद में अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। पुलवामा के आतंकी हमले के बाद से ही जम्मू सहित पूरे काश्मीर और सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ किया गया है तथा किसी भी स्थिति के लिये तैयार रहने को कहा गया है।
जम्मू क्षेत्र के आईजी ने कहा कि बस अड्डे पर ग्रेनेड फैंकने का कारण वहां लोगों की अधिक उपस्थिति थी, आतंकी वहां अधिक से अधिक लोगों को लक्ष्य करना चाहता था। इस ग्रेनेड हमले में 17 साल के मुहम्मद शारिक की मृत्यु हुई तथा 32 लोग घायल हुए।
जम्मू में किया गया यह हमला सुरक्षा के लिये गंभीर है, यह संगठित रूप से किया हमला नही था। काश्मीर में आतंकी अब हमली की प्रकृति और तरीका बदल रहे हैं, कुछ दिन पहले ही सूचना मिली थी कि आतंकी सुरक्षा बलों के भोजन में जहर मिला कर उन्हें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।
पाकिस्तान स्थित प्रशिक्षण शिविरों पर किये गये भारतीय हमले से आतंकियों के सप्लाई को नुकसान पहुंचा है, इसलिये वह सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिये अब अपने तरीके बदलने का प्रयास कर रहे हैं, जिसका सामना करना सुरक्षा बलों के लिये एक चुनौती है। इसके पहले भी अनेकों बार आतंकियों ने अपने तौर तरीके बदले हैं और प्रत्येक बार सुरक्षा बलों के हाथों उन्हें पराजित होना पड़ा है।