शस्त्र खरीदने में कांग्रेस का इतिहास खराब रहा हैः पीएम मोदी


उच्चतम न्यायालय द्वारा राफेल विमान सौदे को उचित ठहराने, और उसमे किसी प्रकार की गड़बड़ी ना होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को लगता है कि देश का रक्षा मंत्रालय झूठ बोल रहा है, देश का रक्षा मंत्री झूठ बोल रहा है, भारतीय वायुसेना कि अधिकारी भी झूठे हैं, और अब उङ्को यह भी लगता है कि देश का सर्वोच्च न्यायालय भी झूठ फैला रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कारगिल युद्ध के बाद भारतीय वायुसेना की शक्ति को बढाने की अति आवश्यकता के बाद भी कांग्रेस ने इसके लिये किसी प्रकार के कदम नही उठाये। वायुसेना की शक्ति को बढाने के लिये आधुनिकतम विमानों की आवश्यकता थी, अटल जी की सरकार के बाद कांग्रेस ने 10 वर्षों तक राज किया, लेकिन वायुसेना सशक्त नही हो सकी, वो चाहते थे कि हमारी सैन्य बल कमजोर हों।

कांग्रेस की रक्षा सौदों में बहुत खराब छवि रही है, बोफोर्स का घपला भी कांग्रेस के शासन काल में हुआ था, इसके बाद हेलिकॉप्टर घोटाले मे भी यूपीए शासन काल में हुआ, तथा सैन्य बलों की मजबूती के लिये कोई कदम नही उठाये गये। एनडीए के शासन काल में अब तक 50,000 बुलेटप्रूफ जैकेट 2016 में खरीदे गये और 1,86,000 जैकेट के लिये इस वर्ष ऑर्डर किया गया है।

2009 में भारतीय सेना ने 1.86 लाख बुलेटप्रूफ जैकेट की आवश्यकता थी, 5 वर्ष बीतने के बाद भी 2014 तक यह जैकेट नही खरीदे गये थे। जो 1.86 लाख बुलेटप्रूफ जैकेट का ऑर्डर दिया गया है, वह जैकेट्स एक भारतीय कंपनी बनायेगी।

पिछले कुछ माह से राफेल युद्धक विमानों की खरीद को लेकर बहुत हो हल्ला हुआ है, कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दलों ने इस विमान सौदे में अनियमितताओं का आरोप लगाया था। दो इंजन वाला यह युद्धक विमान भारत की सुरक्षा के लिये एक परिवर्तनकारी कदम बताया गया है। कांग्रेस ने चुनाव से पहले यह आरोप लगाया था कि इस सौदे में घपला किया गया है। सैन्य अधिकारियों, फ्रांस की कंपनी के अधिकारियों ने लगातार आरोपों का खंडन किया, किंतु वामपंथ विचारधारा से जुड़े कुछ लोगों द्वारा यह मामला न्यायालय में ले जाया गया। चुनाव के दौरान कांग्रेस के राहुल गांधी और अन्य विपक्षी दल लगातार इस विषय पर दोषारोपण करते हुए, किंतु न्यायालय ने बाद में यह कहा कि यह सौदा बिल्कुल साफ है, और इसमे किसी प्रकार का कोई घपला नही हुआ है। (पढें : मिशेल प्रत्यार्पणः पीएम का कांग्रेस पर प्रहार। )

सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को भी इस केस से जुड़े लोगों ने मानने से इंकार कर दिया है, तथा वह सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को गलत बता रहे हैं। जबकि सर्वोच्च न्यायालय ने अपने निर्णय में स्पष्ट किया है कि सारे प्रमाण देखने के बाद यह साफ है कि यह सौदा सही है और इसमे किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी की आशंका नही है।


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